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Sunday, July 1, 2018

किन किन अवस्थाओं में एक बैंक में हमारा खाता खुल नहीं सकता


किन किन अवस्थाओं में  एक बैंक में हमारा खाता खुल नहीं सकता 


यदि आप जानना चाहते हैं कि  किन किन अवस्थाओं में  एक बैंक मैं हमारा खाता खुल नहीं सकता तो हमारा पोस्ट पढ़ते रहे
 
नमस्कार,
 
मैं प्रमोद यह पोस्ट Smart at Once की तरफ से प्रस्तुत किया जा रहा है।




कोई भी व्यक्ति स्वतंत्र रूप से किसी भी बैंक में खाता खुलवाने का अधिकार रखता है यदि बैंक को उसकी    नेकनीयती मैं विश्वास हो तथा वह खाता खुलवाने के लिए सहमत हो।

खाता खोलने से पूर्व बैंक द्वारा बरती जाने वाली सावधानियां
नाबालिग व्यक्ति के प्रति

नाबालिग में व्यवसायिक विचार शक्ति के अभाव के कारण उसके साथ किए गए   प्रसंविदा को वैधानिक मान्यता प्राप्त नहीं होती अतः बैंक वाले नाबालिगों के साथ  बैंक खाता खोलने में अधिक  सतर्क  रहना चाहते हैं बैंक द्वारा बेहतर सुविधा प्राप्त करने के लिए आप को कम से कम 18 वर्ष वर्ष पूरा कर लेना चाहिए

 
संयुक्त हिंदू परिवार का खाता

संयुक्त हिंदू परिवार की ओर से प्रत्येक बात का वैधानिक उत्तरदायित्व परिवार के मुखिया पर ही होता है इस प्रकार परिवार के अन्य सदस्यों के अधिकार काफी सीमित होते हैं संयुक्त परिवार की ओर से खोले जाने वाले खाते से राशि निकालने का अधिकार परिवार के मुखिया को ही होता है

 
एक विवाहित महिला
शादीशुदा महिला के नाम खाता खोला जा सकता है वह चेक लिख सकती है तथा उसे खाते से लेनदेन कर सकती हैं परंतु उसके ऋण   देने में  बैंक  सावधानी  बरते हैं  क्योंकि उसके द्वारा लिए गए ऋण के लिए पति को उत्तरदाई नहीं बनाया जा सकता। उसको  ऋण तभी दिया जाए जब उसके नाम से कोई निजी संपत्ति हो।



साझेदारी फर्म  का खाता

सरदारी फर्म का प्रत्येक साझेदार ओम की ओर से अपना अपने नाम से खाता खोल सकते हैं इसके लिए फॉर्म उत्तरदायित्व होता है परंतु समस्त  साझेदारों की लिखित
सभी कृति के अभाव में तथा खाते से संबंधित शर्तों को निर्धारित किए बिना साझेदारी फर्म  का खाता नहीं खुल सकता

मिश्रित पूंजी वाली कंपनियों का खाता
मिश्रित पूंजी वाली कंपनी का खाता खोलने से पूर्व बैंक को कंपनी के संचालक मंडल द्वारा पास किए गए उस प्रस्ताव की प्रतिलिपि मांग ते  हैं जिसमें उस बैंकर नियुक्त करने के साथ उस व्यक्ति तथा उन व्यक्तियों के नाम का उल्लेख हो जिन्हें बैंक में उधार देने की शक्ति तथा आर्थिक दशा से अवगत कराने के लिए कंपनी के पार्षद सीमा नियम तथा पार्षद अंतर नियम एवं वित्तीय स्थिति में  प्रमाणित प्रतिलिपि प्राप्त
प्रस्तुत करके खाता खोला जा सकता है।


 
संस्था की ओर से खोला गया खाता

 
बैंकिंग संस्था तथा संघो  आदि की ओर से भी खाता खोलें जाते हैं इन संस्थाओं के अधिकारी संस्था की ओर से खाता को चलाते हैं इस प्रकार के बैंक खाते का  संचालन तभी होता है जब अधिकारिक व्यक्ति के समर्थन में बैंक के पास समुचित समुचित प्रमाण पत्र हो।

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